क्या अगर शेयरचैट या हगिंग फेस या एप्पल जैसी बड़ी संगठन नें कुछ लोगों को अपना भाग नहीं बनाया अपने निजी फैसलों से, तो क्या ये यूँही मासूमों के लिए घातक हथियार बनवाएंगे देश में और मुझे एवं बाकियों को सुसाइड करने के लिए विवश करेंगे ? हम किसी पर कैसे ऐसी विवशता कैसे डाल सकते हैं?आप एलों मस्क को भारत में विवश करेंगे लेकिन उन्हें भी पता हैं उनकी स्वाचालित गाड़िया टेस्ला भारत में नहीं चल पाएंगी क्यूँकि ड्राइविंग यहाँ एक रोजी रोटी का जरिया हैं ऊपर से पैदल यात्री नियम नहीं, आप नौजवानों को बलि का बकरा क्यों बना रहे, बनाइये धीरे धीरे, हार मान लेना व्यर्थ हैं यहाँ|| राम बनाना हैं तो विदेशियों को दिखाएं पूर्ण वनवास, एक घने जंगल में एक कुटिया में 15 साल नहीं तो वो और रुष्ट हो जाएँगे जब जनता से पता चलेगा की आप उनको किरदारों से गुमराह कर रहे, खासकर तब जब वो आप की मदद करना चाहते हैं, दूरगामी भविष्य में भारत के जहाँ साक्षरता और परचेसग पावर बढ़ गया|| एक जागरूक भारतीय 🇮🇳 के नातें सोचिये अवश्य 🙏मूर्ख बनाना किसी को पसंद नहीं हैं 😅खासकर विदेशी निवेशकों को, जो मदद करना चाहते हैं 🙏
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